आज कल पिंपल/मुहांसे आम बात हो चुकी है अक्सर ये प्रॉब्लम टीनएजर्स (बढ़ती उम्र के बच्चो) के देखने मिलती है, और कभी कभी ये परेशानियां बड़ों में भी देखने मिलती है खास कर फीमेलस में जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे।
पिंपल या मुहांसे अगर एक बार शुरू हो जाय तो इनसे पीछा छुड़ाना काफी मुश्किल हो जाता है। लोग इसके लिए कई तरह के ट्रीटमेंट भी लेते है मगर कुछ खास फायदा नहीं मिल पाता जब तक ट्रीटमेंट का असर रहता है तब तक तो पिंपल दिखाई नहीं पड़ते मगर जैसे ही ट्रीटमेंट बंद हो जाता है पिंपल भी वापस आ जाते है और बात भी सही है आखिर कब तक कोई मंहगे पार्लर या डॉक्टर ट्रीटमेंट लेता रहे।
पिंपल/मुहांसे की वजह से सिर्फ फेस का लुक ही नहीं ग्लो भी चला जाता है और रह जाते है दाग धब्बे। पिंपल से छुटकारा पाने और अपने फेस का ग्लो पहले जैसा करने के लिए हमें अपनी स्किन के बारे में पता होना चाहिए और इसके साथ साथ अपने खान पान की आदतों पर भी खास ध्यान देना चाहिए। और एक बार तो अपने डॉक्टर से मिल कर अपने हार्मोन लेवल का पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए हालाकि यह एक अंतिम रास्ते के रूप में देखा जाता है अधिकतर समस्याएं खान पान या स्किन से जुड़ी हुई होती है।
नीचे आपको स्किन टाईप और पिंपल/मुहांसे के बारे में बताया गया है जिन्हे अच्छी तरह समझ कर आप अपनी स्किन का खास खयाल रख कर पिंपल/मुहांसे को दूर भगा सकते है।
Skin types (स्किन के प्रकार) :-
स्किन को इन पांच भागो में बांटा गया है जिनमे पिंपल/मुहांसे को ले कर सबसे ज्यादा परेशानी ऑयली स्किन (Oily skin) वालो को होती है।- नॉर्मल स्किन (Normal skin)
- रूखी स्किन (Dry skin)
- ऑयली स्किन (Oily skin)
- कॉम्बिनेशन स्किन (combination skin)
- सेंसटिव स्किन (sensitive skin)
- सेंसटिव स्किन (sensitive skin)
- मुंहासे (Acne)
हासे या पिंपल इनसे हम सभी वाकिफ है ऐसे तो बढ़ती उम्र के लड़के लड़कियों को ये परेशानी ज्यादा होती है जिसमें फेस में छोटे बड़े या गाठ वाले मुंहासे/पिंपल हो जाते है इसमें पस और किल बनती है तो छूने यहां तक कि फेस की स्किन हिलने पर भी दर्द का एहसास दे जाते है
सब से ज्यादा इसका असर फेस में होता है मगर कभी कभी गले या कंधो में भी ये प्रॉब्लम हो सकती है।
Pimple type (मुंहासे के प्रकार) :-
Black head (कामेडोन) -
लोग हमेशा सोचते है कि ब्लैक हेड्स फेस में जमी गंदगी के कारण होते है मगर ऐसा नहीं है फेस में मेलानिन के अक्सीकरण के कारण होते है। ये लम्मे रेशे की तरह होते है जो फेस के छिद्रों में जमा हो कर स्किन कि ब्लैकनेस बढ़ा देते है।White head (मिलिया) -
व्हाइट हेड या मिलिया भी ब्लैक हेड पिंपल की तरह ही होती है इसमें भी पिंपल के अंदर किल बनती है फर्क सिर्फ इतना है कि इसके उपरी हिस्से में सफेद रंग की एक एक्स्ट्रा परत जमजती है जिसकी वजह से यह सफेद दिखाई पड़ता है।पेप्यूल (papules) -
पेप्यूल आमतौर पर मीडियम साइज की फुंसियों जैसी नजर आती है जो अक्सर शेविंग के बाद या किसी छोटे कीड़े के काटने से होती है। जो कभी कभी काफी पेनफुल भी हो जाती है।पसट्यूल (pustules) -
यह एक छोटी फुंसी का रूप है ऑयली स्किन में यह प्रॉब्लम सबसे ज्यादा देखने मिलता है इसमें पतली किल फुंसी के बीच में दिखाई पड़ती है।नोड्यूल (nodules) -
नोड्यूल बाकी पिंपल्स से थोड़ा अलग होता है जिसे आम भाषा में उल्टी फुंसी बोलते है यानी कि इसका मुंह स्किन कि अंदर की तरफ होता है और स्किन कि उपरी तरफ यह थोड़ा बड़ा और सख्त नजर आता है जो छूने पर काफी दर्द भी देता है।सिस्ट (cyst) अल्सर -
फेस में कभी कभी गांठ जैसे पिंपल/मुहांसे भी हो जाते है जिसे सिस्ट भी कहा जाता है। इसमें गांठ के साथ सुजन पस भी बनता है जो बाद में घाव का रूप ले लेता है इसके इलाज के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट लेना ही सही रास्ता होता है।मुंहासे होने के कारण -
इस बात को झूठ लाया नहीं जा सकता कि मुहांसे सबसे ज्यादा बढ़ती उम्र के लड़के लड़कियों को उनके लगातार बदलते हॉरमोन के असंतुलन के कारण दिक्कत देते है।मगर कभी कभी इसके बढ़ने के कुछ दूसरे कारण भी हो सकते है पहले 16-17 की उम्र में पिंपल होना शुरू होते थे मगर आज कल हमारे खराब खान पान और गलत लाइफ स्टाइल की वजह से 13-14 की उम्र से ही पिंपल आने लगते है और 30 की उम्र तक रहते है।
नीचे कुछ कारण बताए गए है जो पिंपल/मुहांसे का कारण बन जाते है।
ग़लत खान पान या गलत आदत (junck food and bad habits) -
आज कल हर कोई ट्रेंड के साथ, ट्रेंडिंग फैशन के हिसाब से ही चलना चाहता है खास कर टीनएजर्स जो ज्यादा चाय कॉफी, फास्ट फूड, चॉकलेट और स्मोकिंग जैसी आदतों के आदि हो चुके है। इन सभी आदतों की वजह से फेस में पिंपल हो जाते है।
अनुवांशिक(genetic) -
कई बीमारियां है जो जेनेटिक असर दिखाती है उसी तरह अगर आपकी फैमिली में किसी को बार बार मुहांसे की प्रॉब्लम होती है तो आपको भी इस प्रॉब्लम से अमान सामना करना पड़ सकता है।
दवाइयां या तनाव(stresse & over medicine) -
रिसर्च से अब ये बात सामने आ चुकी है कि अधिक मात्रा में दवाइयों का सेवन या ज्यादा मेंटल प्रेशर (स्ट्रेस) लेने से भी एक्ने आ जाते है।
कब्ज या पेट की समस्या -
कब्ज या पेट की दूसरी परेशानियां कारण बनती है, अपच का जिस से शरीर का कचरा भी सही ढंग से साफ नहीं होता और खून में गंदगी की मात्रा बढ़ने लगत है।
ऑयली स्किन(Oily skin) -
ऑयली स्किन और पिंपल/मुहांसे का तो काफी पुराना रिश्ता है ऑयली स्किन वालो की स्किन में सिबम का उत्पादन ज्यादा मात्रा में होता है जिसकी वजह से रोम छिद्र बंद हो जाते है और पिंपल/मुहांसे हो जाते है
हार्मोन का बदलाव (Hormone imbalance)-
टीनएज में तो लगभग हर किसी को पिंपल होते ही है किसी को कम तो किसी को ज्यादा हमारी बॉडी में होते बदलाव इसकी वजह होते है लड़का या लड़की कोई इस से बच नहीं पाता।
मगर कभी कभी लड़कियों को अपने पीरियड्स या प्रग्नेंसी के वक्त भी ऐसी प्रॉब्लम हो सकती है।
मेकअप(cosmetic) -
मेकअप तो हर लड़की को पसंद होता है मगर इसमें काफी ज्यादा कैमिकल का इस्तेमाल होता है जो लगातार या अधिक उपयोग करने से स्किन में पिंपल/एक्ने की समस्या बढ़ा देती है।
प्रदूषण (polution)-
हम चाहे कितना ही अच्छे से अपना फेस कवर कर ले मगर अब प्रदूषण इतना बढ़ चुका है कि फेस में गंदगी जमा हो ही जाती है इस में सबसे ज्यादा प्रॉब्लम ऑयली स्किन वालो को ही होती है। इसके लिए दिन में कम से कम दो बार ऑइल फ़्री फेसवॉश उसे करने कि सलाह दी जाती है।
ऑयली स्किन को कैसे हटाए