प्रस्तावना -
प्राचीन हिंदू धर्म के अनेकों त्योहारों में से एक है। नाग पंचमी जिसमें प्राचीन काल से ही नांगो को विशेष महत्व दिया जाता है।
हिंदू धर्म में भगवान शिव ने अपने गले में नाग को किसी माला की तरह धारण किया हुआ है मान्यताओं के अनुसार नाग भगवान शिव के लिए बहुत ही प्रिय है। वैसे तो नाग पंचमी सभी तरह के सांपों के लिए होती है परंतु भारत में ब्लैक इंडियन कोबरा को सांपों का राजा मान कर ज्यादा महत्व दिया जाता है।
Nangpanchmi par nibandh |
वैसे तो सावन का महीना बहुत ही पावन माना जाता है इस महीने को भगवान शिव के लिए विशेष रुप से समर्पित माना जाता है लोग पूरे सावन महीने भगवान शिव की पूजा अर्चना में पूरी तरह डूबे हुए रहते हैं और इसी सावन मास के बीच नाग पंचमी का विशेष त्यौहार मनाया जाता है नाग पंचमी में भगवान शिव के शिवलिंग और उनके गले में हर वक्त लिपट कर रहने वाले सांप का विशेष महत्त्व होता है ।
नागपंचमी कब मनाई जाती है -
नागपंचमी सावन महीने की पंचमी को नाग पंचमी की तरह मनाया जाता है। इसे शुक्ल पक्ष की पंचमी भी कहा जाता है। इस दिन नागों का दर्शन करना अच्छा और फलदायक माना जाता है।
नागपंचमी क्यों मनाई जाती है -
नाग पंचमी के दिन नाग का दर्शन अति शुभ माना जाता है कहा जाता है इस दिन नागों की पूजा करने से नांगो द्वारा काटे जाने का भय नहीं होता और नाम हमेशा प्रसन्न रहते हैं।
एक कहानी के अनुसार किसी गांव में एक किसान था जिसके परिवार में वह उसकी पत्नी उसके 3 पुत्र एक पुत्री थी।
उस किसान के पास अपना जीवन यापन करने के लिए खेती किसानी ही एकमात्र सहारा था एक सुबह किसान अपने बैलों पर हल बांधकर खेत जोत रहा था इसी बीच उसके हल से भूमि जुदाई करते हुए एक सांप के बच्चे की मृत्यु हो गई। और जब इस बात की खबर नागिन को हुई तो वह क्रोध से आग बबूला होकर किसान व उसके परिवार को मारने का निर्णय लेती है।
उसी रात्रि नागिन उस किसान के घर जाकर किसान उसकी पत्नी उसके तीन पुत्रों को डस कर मार देती है परंतु मैं उसकी पुत्री को जीवित ही छोड़ देती है और अगले दिन वह अपने पुत्र की मृत्यु का बदला लेने उसकी पुत्री के पास पहुंचती है तब उस किसान की पुत्री नागिन का इंतजार ही कर रही होती है और नागिन के स्वागत में वह कच्चा दूध एवं दूध और चावल की खीर नागिन को भेट करती है।
किसान की पुत्री द्वारा किए गए इस व्यवहार से नागिन चकित व प्रसन्न होती है और किसान की पुत्री अपने पिता की भूलवश हुई गलती की क्षमा मांगती है इस तरह नागिन को किसान पर दया आ जाती है और नागिन उस किसान वह उसके परिवार को पुनः जीवित कर देती है।
और इसी प्रकार नाग पंचमी की भी शुरुआत मानी जाती है।
कैसे मनाएं नाग पंचमी -
नाग पंचमी के दिन लोग घरों की सफाई कर दीवार पर चुना या गेरू लगाते हैं एवं फर्श में भी गोबर लीपते है। इसके बाद घर के दरवाज़े की बाहरी दीवारों पर सांप की आकृति बनाते हैं और रंगोलियां बनाते हैं ऐसा करना शुभ माना जाता है।
नाग देवता की पूजा के लिए सुगंधित फूल और चंदन विशेष तौर पर पूजा में उपयोग किया जाता है।
नाग पंचमी व्रत पूजन -
सनातन धर्म की मान्यता अनुसार नागों को देवता कि श्रेणी में माना गया है इस दिन सुबह प्रातः काल स्नान कर लोग मंदिर जाकर नाग देवता को सुगंधित दूध व जल अभिषेक करा कर उन्हें कच्चा दूध और चावल दूध से बनी हुई मीठी खीर अर्पित करते हैं।
एवं पुरोहित नाग देवता की पूजा के लिए विशेष मंत्रों का जाप करते हैं और आठ अलग-अलग नाग देवताओं की पूजा करते हैं।
मान्यता के अनुसार नाग देवता खुश होकर आशीर्वाद देते हैं और सर्पदंश का डर खत्म हो जाता है इसके अलावा भी वह घर की लक्ष्मी की रक्षा करते हैं।
उपसंहार (conclusion)-
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नाग देवता की पूजा व उनका दर्शन बहुत ही लाभप्रद होता है प्राचीन समय में नाग पंचमी के दिन नागो को प्रसन्न करना शुभ माना जाता था।
परंतु वर्तमान समय में इंसान अपनी इंसानियत भूल कर देवता माने जाने वाले सांपों की तस्करी व उनकी खाल, ज़हर, आदि की तस्करी जैसे कामों को करने लगे हैं जिससे ना केवल धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचती है बल्कि सांपों की प्रजातियों पर भी असर पड़ने लगा है यही कारण है कि सरकारों ने अब किसी भी प्रकार के सांपों को पालने पकड़ने पर पूर्णता प्रतिबंध लगा दिया है यहां तक की अब सपेरों पर भी सरकार ने कई नियम लागू कर रखे हैं। जिससे सांपों की लुप्त होती हुई प्रजाति को बचाया जा सके।
सांपो के साथ साथ अन्य सभी तरह के कीमती व अनोखे वन्य प्राणि या उनकी खाल दांत आदि की तस्करी अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक की जाने लगी है और हम सभी को अपनी जिम्मदारियों का एहसास करते हुए जानवरों की खाल दांत आदि से बने पर्स, जूते का उपयोग नहीं करना चाहिए।
नाग पंचमी पर 10 वाक्य (200 शब्दों में) -
1. लोग अपने घरों के बाहर सांपों का चित्र अंकित करते एवं रंगोली बनाते हैं।
2. प्राचीन काल से ही नाग देवता को हिंदू धर्म में एक विशेष दर्जा प्राप्त है।
3. नाग पंचमी पर सांपों का दर्शन कराने का लोग सपेरों को दूध व पैसे देते हैं।
4. लोग मंदिरों में नाग देवता व शिवलिंग का दूध एवं जल से स्नान कर प्रसाद में खीर चढ़ाते हैं।
5. कहा जाता है नाग देवता को कच्चा दूध एवं सुगंधित चंदन अति प्रिय होता है।
6. ऐसी भी मान्यता है की नाग पंचमी के दिन नाग देवता का पूजन कर उन्हें प्रसन्न कर लेने से सर्प दंश का भय खत्म हो जाता है।
7. भगवान शिव के कंठ में विराजमान रहने वाले नाग देवता भगवान शिव को अति प्रिय होते हैं एवं भगवान शिव के पावन माह सावन की पंचमी को ही नाग पंचमी मनाई जाती है।
8. नाग पंचमी में ब्राम्हणों को खाना खिलाया जाता है और आठ अलग अलग नाग देवताओं की पूजा की जाती है।
9. नाग पंचमी व्रत में लोग पूरे दिन उपवास रखते हैं उपवास करने वालों में ज्यादातर सपेरे होते हैं।
10. अंत में संपूर्ण विधि विधान के साथ नाग देवता की पूजा कर कथा सुनी जाती है एवं उपवास तोड़कर स्वल्पाहार किया जाता है।