अगर कोई अपने शरीर की आवश्यकता अनुसार नींद नहीं ले पाता भरपूर कोशिशों के बाद भी या तो उसे नींद नहीं आती या फिर कुछ ही देर में खुल जाती है ऐसी ही कुछ अवस्थाओं को अनिद्रा के लक्षण के स्वरूप में जाना जाता है।
अनींद्र,सिर दर्द |
आंकड़ों के अनुसार सिर्फ भारत में ही हर साल अनिद्रा से जुड़े लगभग 1 करोड़ मामले सामने आते हैं। अनिंद्रा को इंग्लिश में इंसोमनिया (Insomnia) के नाम से जाना जाता है।
हमारे इस लेख में हम आपको अनिद्रा से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने की कोशिश करेंगे।
अनिद्रा -
नींद न आना या अनिद्रा, निद्रा संबंधी एक अत्यंत सामान्य विकार है। पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं इस विकास से दोगुना ज्यादा प्रभावित हैं और यह विकार बड़ी उम्र वालों में अधिक पाया जाता है। अनिंद्रा 3 किस्मो की होती है:* नींद आने में कठिनाई।
* रात में नींद खुल जाना।
* तड़के ही नींद खुल जाना।
अनिद्रा की स्थिति मुख्य रूप से मनोवैज्ञानिक क् या चिकित्सीय कारणों से पैदा होती है, जैसे :_ अवसाद, शराबखोरी, नींद के दौरान श्वासरोध, अनैच्छिक मुत्रस्त्राव, पिंडलियों की मांसपेशियों में ऐंठन। तनाव और दुख के कारण भी तीन 4 सप्ताह तक अनिद्रा का प्रकोप रहता है।
उपवास, बदहजमी आदि के कारण भी अस्थाई तौर पर नींद में खलल पड़ जाती है।
अनिद्रा संबंधी विकार थोड़ी बहुत मात्रा में बचपन से ही शुरू हो जाते हैं।
आमतौर पर रात में नींद ना आने से थकान और गुस्से में वृद्धि हो जाती है तथा कार्य कुशलता पर बुरा असर पड़ता है।
औसतन एक वयस्क को प्रतिदिन लगभग 6 से 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है।
अच्छी तरह सोने के लिए उपाय -
- नींद आने पर ही बिस्तर पर लेटे।
- अगर नींद नहीं आ रही हो तो बिस्तर में 10 मिनट से अधिक देर तक ना ठहरे।
- दिन में ना सोए।
- प्रतिदिन एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें।
- बिस्तर पर लेटने से पहले एक गिलास गुनगुना पानी पिए।
- रात में हल्का भोजन करें, भोजन और सोने के बीच कम से कम 3 घंटे का अंतर रहना चाहिए।
- गर्म हवा ठंडा पैर स्नान करने से वेरीकोस वेंस के कारण टांगों में होने वाले ऐठन तथा दूसरी अवस्थाओं में आराम मिलता है।
- 10 मिनट तक गहरी और लंबी सांसें लें।
- सोने से पहले योग निद्रा या शरीर की मांस पेशियों कोडीला छोड़ने का अभ्यास करें।
- एक गिलास गर्म दूध शहद मिलाकर पिए।
- शाम के भोजन के साथ या इसके बाद कॉफी, चाय, कोला या अन्य सॉफ्ट ड्रिंक जैसे उत्तेजक पेय पदार्थों का सेवन ना करें।
- 20 से 30 मिनट तक पैर का गर्म इमर्शन स्नान या 45 से 60 मिनट तक ठंडा पैर स्नान करें।
- ठंडे पानी का रीढ़ स्नान गहरी नींद के लिए वरदान है।
- हफ्ते में 3 या 4 बार मालिश करवाने से अच्छी नींद आती है, नींद में इजाफा भी होता है।
सिर दर्द -
सिर दर्द सभी युवा वर्गों, व्यवसायों, जाति, धर्म व नस्ल के लोगों को प्रभावित करता है। यह व्यक्ति के जीवन की दिनचर्या का अंग बन चुका है। सिर पर दर्द भावात्मक विकारों, सिर में चोट लगने, आधा सीसी (माइग्रेशन), बुखार, कपाल के भीतर वाहिका संबंधी विकारों, दांत की बीमारियों, आंख, कान या नाक की बीमारियों अथवा साइनस के कारण हो सकता है। लेकिन अधिकांश सिर दर्द का कारण की आधुनिकता और रहन सहन,तनाव, दबाव, लगता बैठे रह कर काम करना, धूम्रपान, मध्य पान, कॉफी और चाय जैसे उत्तेजक पेयों का सेवन है। सिर दर्द वास्तव में शरीर द्वारा संकट पैदा हो जाने पर भेजने वाले संकेत हैं, जैसे पता चलता है कि शरीर के भीतर स्थिति सामान्य नहीं है। वास्तव में सिर दर्द से प्रभावित अनेकों लोग यह बात नहीं समझते, इसलिए वे दर्द निवारक गोलियों से इसे दबाने की कोशिश करते हैं और रहन-सहन के अपना पुराने ढर्रे पर ही चलते हैं, जिससे सर दर्द का अन्य दौर शुरू हो जाता है।अधिकांश व्यक्तियों को दर्द का अनुभव ' सिर ' में होता है जो वास्तव में रक्त वाहिकाओं के संकुलन से होने लगता है, जिसके कारण अपार क्षेत्र में मौजूद शिराओं के सिरों पर दवा पढ़ने लगता है। इनके कारणों पर निर्भर करते हुए सिर दर्द को तनाव से होने वाला सिर दर्द, विषाक्तता से होने वाला सिर दर्द, रक्त संकुलता से होने वाला सिर दर्द, साइनस से होने वाला सिर दर्द, मुद्रा के कारण होने वाले सिर दर्द, कई कारणों के बन जाने से होने वाले दर्द और सिर में एक और होने वाला दर्द (आधा सीसी या माइग्रेन) के रूप में विभाजित किया गया है।
उपचार -
- अधिकांश साधारण सिर दर्द कब्ज के कारण होता है, इसलिए कब्ज का उपचार करें।
- गर्म पानी का एनिमा ले।
- ऊपर ही गैस्ट्रिक क्षेत्रों की सफाई करने के लिए कुंजल की क्रिया करनी चाहिए जिससे दबाव में कमी हो सके।
- सिर गर्दन और ट्रेपिजियस क्षेत्र में हल्की मालिश करने के बाद ठंडे ट्रामा का प्रयोग करने से दर्द में आराम मिलता है।
- गर्म पैर स्नान से रक्त निचले अवयवों में पहुंचने लगता है, जिससे रक्त संकुलता से होने वाले सिर दर्द में आराम मिलता है।
- चेहरे पर भाप लेने से रक्त ऊपर की ओर आ जाता है और सिर दर्द में आराम मिलता है।
- लंबी अवधि के गर्म इमर्शन स्नान करने से भी आराम मिलता है।
- भाप स्नान के पसीने के जरिए विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है और कुछ तरह के सिर दर्द में आराम मिलता है।
- 1 घंटे में एक बार माथे पर बर्फ के ठंडे लपेट या आम ठंडे लपेट का इस्तेमाल करने से बुखार के कारण होने वाले सिर दर्द से आराम मिलता है और बुखार भी उतरने लगता है।
- सिर व रीड पर बर्फ की मालिश करने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लडप्रेशर) से होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
- नियमित रूप से ठंडा या न्यूट्रल रीढ़ स्नान करने से तंत्रिका तंत्र पर टॉनिक जैसा असर पड़ता है और दर्द की रोकथाम होती है।
- योगासन, क्रियाओं व प्राणायाम का नियमित अभ्यास सिर दर्द से छुटकारा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इसकी रोकथाम भी करते हैं। योग निंद्रा व शवासन का नियमित अभ्यास जिससे मस्तिष्क को आराम मिलता है, और यह लाभकारी भी होता है।
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