गर्मियों के आते ही मार्केट में जूस की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ जाती है फिर बात पैक्ड जूस की हो या ताज़ा ताज़ा जूस, गर्मियों में बहुत से रसीले फल है जो हम में एक नई ताज़गी भर देते है इन्हीं फलों में से एक है मुसम्मी (मौसमी) जो कि अपने आप में अनेक पोषक तत्वों को समाहित किए हुए होता है फिर बात मुसम्मी के रसीले फल की करे या मुसम्मी के सूखे छिलकों की।
मौसम्बी के फायदे |
यकीनन हम सभी ने मौसमी को खाया या इसके मीठे जूस का मज़ा कभी ना कभी लिया ही होगा मगर इसके फायदों से अनजान होंगे आज हम मुसम्मी के बारे में जानेंगे।
मुसम्मी (मौसमी) क्या है (what is sweet lemon) -
मुसम्मी अपने आप में अनेकों पोषक तत्वों को लिए हुए है जिसके अनेकों फायदों का जिक्र आपको आयुर्वेद में भी मिलता है।- मौसमी या मुसम्मी को मीठा नींबू भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम सिट्रस लिमेटा है।
- मुसम्मी (मौसमी) भी नींबू की जाती का एक फल है इसका पेड़ भी नींबू के पेड़ की तरह कांटे वाला होता है, नींबू के पेड़ की तरह फैला और लगभग 6 फिट तक ऊंचा होता है। मोसम्मी के बीज भी नींबू की तरह चिकने हल्के सफेद, उपरी सिरा गोल व निचला सिरा नुकीला होता है।
- मुसम्मी का फल नारंगी के साइज का होता है इसका रंग हरा होता है और पकने के बाद हल्का सुनहरा और एसिडिक होता है एवं मौसमी (मुसम्मी) की तासीर ठंडी होती है।
- मुसम्मी के रस को कई तरह की ड्रिंक्स, साबुन आदि में मिलाया जाता है।
- इसकी कई तरह की किस्में पाई जाती है जिसमें नेवल को सबसे अच्छा माना जाता और इसके फलों की उम्र भी काफी लंबी होती है जो एक महीने भी टीका रहता है।
मौसमी (मुसम्मी) जूस के तत्व ( Eliments of mosami juice) -
मौसमी या मुसम्मी ठंडी तासीर का कमजोरी को दूर करके इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है।
इसके जूस में विटामिन सी, मिनरल्स, फाइबर और पोटेशियम जैसे तत्व मिलते है जो हमारे सेहत के लिए बहुत अच्छे मैने जाते है।
प्रति 100 ग्राम मौसमी (मुसम्मी) जूस में मिलने वाले तत्व -
पानी - 90.7 gm
एनर्जी - 25 gm
प्रोटीन - 0.42 gm
फैट - 0.07 gm
कार्बोहाइड्रेट - 8.42 gm
फाइबर - 0.4 gm
शुगर - 1.69 gm
मौसमी (मुसम्मी) के छिलकों के फायदे (benifits of mosami peels) -
मौसमी (मुसम्मी) फल के बारे में तो सभी जानते है जो गर्मियों में भी एनर्जी देने वाला होता है मगर क्या आप जानते है कि मुसम्मी के जूस के साथ उसके छिलकों के भी कई प्रकार के उपयोग होते है जिसका ज़िक्र आयुर्वेद में भी है कुछ उपयोग जो नीचे बताए गए है
- मुसम्मी (मौसमी) छिलकों को सुखा कर पीस लेने के बाद एक चम्मच मौसमी के छिलके के चूर्ण के साथ दही और गुलाब जल मिलाकर अच्छी तरह फेस की मसाज करना चाहिए यह फेस का ग्लो बढ़ाता है और दाग धब्बे दूर होते है।
- मौसमी के छिलकों को सुखा कर कोयले में डाल कर जलने से मच्छरों से छुटकारा मिलता है।
- पाइल्स (बवासीर) एक ऐसी बीमारी है जो हर किसी के साथ शेअर नहीं की जा सकती इसके रोगियों में ये ग़लत खान पान या कब्ज जैसे कई कारणों से हो सकती है ऐसे में अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है
- पाइल्स के रोगियों के लिए भी मौसमी के छिलके काफी मददगार हो सकते है मौसमी के छिलकों को छाव के सुखा कर चूर्ण बना ले और सुबह सुबह बिना कुछ खाए एक कप छाच (मठे) में साथ एक चम्मच मौसमी के छिलके का चूर्ण मिला कर लेना चाहिए ऐसा कुछ दिन करने से रोगियों को आराम मिलता है लगातार प्रयोग से यह ठीक होने लगता है।
मुसम्मी जूस के फायदे (benifts of mosami juice) -
- मुसम्मी का जूस लेते रहने से हमरी बॉडी को कई फायदे मिलते है।
- मुसम्मी के सेवन से बॉडी में रेड ब्लड सेल्स अधिक मात्रा में बनते है।
- सर्दी व जुखाम जैसी समस्या से बचाता है।
- इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) को बूस्ट करता है।
- कब्ज, नींद न आने और अरुचि को दूर करता है।
- बॉडी में ताज़गी बनाए रखता है जिस से शरीर में फुर्ती बनीं रहती है।
मुसम्मी व मुसम्मी जूस के उपयोग (use of mosami juice) -
दमा के मरीज़ या खासी होने पर मुसम्मी का उपयोग -
आज कल के इस कोविड़ 19 (कोरोना) महामारी के दौर को देखते हुए सभी को अपने गले और फेफड़े को स्वस्थ रखने व मजबूत इम्यूनिट की जरूरत है।
मौसमी जैसे प्राकृति की देन और आयुर्वेदिक नुस्खों की मदद से हम इस प्रकार अपने गले को साफ रखने के लिए प्रयोग में ला सकते है -
ताजा मौसमी के फल का फ्रेश जूस निकाल कर एक ग्लास में आधा मौसमी का जूस और आधा ग्लास गर्म पानी ले कर इसमें थोड़ी मात्रा में सोंठ , भूना हुआ जीरा एवं थोड़ा पिसा हुआ सेंधा नमक मिलाकर पीना खासी और फेफड़े के सांस लेने की प्रॉब्लम या दमा जैसे रोग में आराम देता है।
प्रेग्नेंसी में मुसम्मी (मौसमी) जूस -
मौसमी मुसम्मी में कैल्शियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है गर्भवती महिलाओं को मुसम्मी के जूस से भरपूर कैल्शियम मिलता है जो होने वाले बच्चे और गर्भाशय दोनों को शक्ति देता है।जुखाम होने पर -
मुसम्मी का रस प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाली औषधि के रूप में भी काम करता है, इसलिए समय समय पर मुसम्मी का जूस पीने से बार बार सर्दी और जुखाम व ठंड लगने की समस्या से बचा जा सकता है।हार्ट में कोलेस्ट्रॉल -
मुसम्मी का जूस बॉडी में खून ले जाने वाली नसो को लचीला बनाता है, जो हार्ट तक खून पहुंचने वाली नासो में से विशेले पदार्थ या कोलेस्ट्रॉल को जमने नहीं देता।बॉडी में फुर्ती बढ़ाता है -
मुसम्मी का रस पीने से बॉडी में रेड ब्लड सेल्स (लाल रक्त कड़िका) बढ़ती है और शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है,शुगर में मौसमी (मुसम्मी) जूस -
मौसमी मुसम्मी के साथ हरी सब्जियों का ग्रीन जूस डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत अच्छा होता है ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रखता है।मौसमी (मुसम्मी) के जूस में अधिक मात्रा में फाइबर मिलता है जो कि अपनी कम मिठास के कारण डायबिटीज के मरीज के लिए उपुक्त होता है तुरंत एनर्जी देता है।
हैजा में लाभकारी मुसम्मी -
हम सभी जानते है कि हैजा जैसी बीमारी दूषित खाना और पानी की वजह से होता है आज कल के बढ़ते प्रदूषण में हैजा जैसी बीमारियां शरीर में बहुत जल्दी घर कर लेती है हैजा हमारी आंतो को संक्रमित कर देती है मगर मुसम्मी के जूस हैजा ठीक करने में सहायक होता है 100-150 Ml जूस कुछ दिनों तक लेने से हमें ठीक होने में मदद मिलती है।मूत्र (पेशाब) संबंधी रोग में मुसम्मी -
पेशाब के समय जलन या फिर रुक रुक कर पेशाब होना जैसी समस्या में 50-100 ml जूस दवा की तरह लेने से फायदा होता है।मौसमी (मुसम्मी) जूस के नुकसान (disadvantages of mosami juice) -
मौसमी में भरपूर विटामिन सी और फाइबर होता है मगर जैसा की हम सभी जानते है कि अत्ती किसी भी बात की हो हमेशा नुकसान ही दे कर जाती है।
- जब एक महिला प्रेग्नेंसी के एक कमजोर दौर से गुजरती है तो जरूरत होती है खुद का खास खयाल रखने की, गर्भावस्था के दौरान शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो जाती है अधिक मात्रा में मौसमी के जूस का सेवन करने से पेट में मरोड़ या ऐठन हो सकती है इसलिए ऐसे समय में मौसमी के जूस का उपयोग काफी संभाल कर करना चाहिए।
- जैसा कि सभी जानते है कि ऐसे पदार्थ जो स्वाद में खट्टे हो या जिसमें विटामिन सी होता है वो अक्सर एसिडिक (अम्लीय) प्रकृति के होते है और मुसम्मी (मौसमी) के अधिक उपयोग से एसिडिटी का सामना भी करना पड़ सकता है।
कोविड में मौसमी के फायदे -
कोरोना के इस मौसम में हर कोई अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने की कोशिश में जुटा हुआ हैइम्यूनिटी की इस दौड़ में मौसमी भी हमारे लिए बहुत लाभ प्रद साबित होगी।
इसमें मिलने वाले पोषक तत्व हमारे सेहत के लिए अच्छे होते है।
FAQ
Q1. मौसंबी को इंग्लिश में क्या कहते है?
Ans:- मौसमी को इंग्लिश में स्वीट लेमन कहते है
Q2. मौसम्बी में कितना प्रोटीन होता है।
Q3.खाली पेट मौसम्बी जूस पीने के फायदे
Ans:- मौसम्बी जूस सेहत के लिए तो अच्छा है लेकिन इसे खाली पेट पीने से आपको लीवर की समस्या हो सकती है।
Q4. मौसम्बी और संतरा में क्या अंतर है?
Ans:-दोनों के बीच कोई खास फर्क नहीं है दोनों ही स्वाद में खट्टे होते हैं।
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