नीम स्वाद में कटूक होने के साथ ही एक एंटीबैक्टीरियल पेड़ भी है। लोग नीम के स्वाद से डर कर इसके अनेकों गुणों को भूल ही जाते हैं। भारत में प्राचीन काल से ही लोग नीम की दातुन करना एवं इसके अनेक तरह से उपयोग करना पसंद करते थे और इसके फायदों को जानते भी थे। जोकि अब समय के साथ लोग भूलते जा रहे हैं।
नीम के फायदे |
पाश्चात्य सभ्यता के आगमन के साथ लोगों में विदेशों जैसे रहन सहन की होड़ सी लग गई है। बावजूद इसके की हमारे आयुर्वेद में नीम की कई गुणों को बताया गया है इसके साथ ही धार्मिक दृष्टि से भी नीम को बहुत अच्छा माना गया है इसमें शीतला माता का वास माना जाता है जोकि सनातन धर्म में नीम के वृक्ष को एक पूजनीय वृक्ष भी बनाता है।
आज www.onlinehitam.com के इस लेख में हम नीम के बारे में चर्चा करेंगे जिसके बारे में अधिक जानकारी नीचे विभिन्न पॉइंट्स द्वारा दी गई है।
नीम से क्या क्या बनाया जाता है -
नीम का पेड़ सदियों से आयुर्वेद का हिस्सा रहा है यहां तक की भारत दुनिया के कई देशों तक नीम की पेड़, पत्तियां, छाल, तेल आदि की सप्लाई भी करता है। इसके अनगिनत लाभकारी गुणों को हमारे आयुर्वेद में पहचान कर जगह दी गई है नीम के पेड़ का हर एक भाग किसी ना किसी तरह से उपयोग में लिया जा सकता है।आम जन में अधिकतर लोग इसके ज्यादातर यूज के बारे में नहीं जानते होंगे।- नीम के पेड़ से मिलने वाली कोमल टहनियों को दातुन कि तरह से उपयोग में लिया जाता है।
- नीम की पतियों को चबा कर खाना अच्छा माना जाता है।
- इसकी छाल का काढ़ा बनाकर बुखार के लिए उपयोग में लिया जाता है।
- नीम का तेल भी अति लाभ प्रद होता है।
- नीम की छाल पत्तियां आदि का पाउडर भी बहुत उपयोगी होता है।
नीम के फायदे व उपयोग (Use of neem and it's Benifits) -
सेहत से जुड़े नीम व नीम की पत्तियों के फायदे व औषधीय गुण
कान दर्द में नीम के पत्ते -
- नीम के पत्ते पानी में उबालें। उबालने से ऊपर उठने वाली भाप में कान झुका के सेंकने से कान दर्द या कान के घाव जल्दी ही भर जाते हैं।
- नीम की पत्तियां लेकर उसकी पुल्टिस बांधने से नासूर (नाक का फोड़ा) में लाभ होता है।
अपच में नीम -
नीम की 20-25 पत्तियां और काली मिर्च व लौंग 3-3 नग पीसकर परस्पर मिला लें। इसमें थोड़ा पानी और आवश्यकतानुसार चीनी मिलाकर दिन में दो तीन बार पिए।कब्ज में नीम के फायदे -
नीम के फूल सुखा लें, फिर उसे पीसकर चूर्ण करें इस चूर्ण को प्रतिदिन 1-1 चुटकी सुबह शाम गर्म पानी से लें।पेट में कीड़े होने पर नीम -
नीम के तेल की 5 बूंद लगभग 1 सप्ताह तक सेवन कराने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।पुराना दस्त ठीक करे नीम -
- गर्मी के मौसम में दस्त और साथ में जलन भी हो सकती है, इसके लिए नीम के 10 पत्ते एवं 20-25 ग्राम चीनी पीस लें। इसे पानी में मिलाकर पिए।
- नीम के बीज की गिरी 12 ग्राम में बहुत कम चीनी मिलाएं और उसे पीस लें। इसे फांकी के रूप में पानी के साथ लेना चाहिए एवं भोजन में केवल चावल का सेवन करना चाहिए।
पित्ती में नीम -
नीम का तेल सरसों के तेल में जलाएं जलाने के बाद बच्चे तेल की पित्ती पर मालिश करें एवं साथ ही नीम के कुछ प्रत्येक तब तक चलाते रहें जब तक कि पत्ते कड़वी न लगने लगे।गठिया में नीम का तेल -
गठिया की सूजन पर तेल की मालिश करें साथ ही नीम के पत्ते जल में उबालकर निकलने वाली भाप में सूजन को सेंक एवं कुछ देर बाद इस पर नीम के पत्तों को गर्म करके बांधे।बालों से जुड़े नीम के फायदे -
सिर के बाल गिरना -
नीम और बेर के पत्ते पानी में उबालकर रख ले इस पानी से बालों को धोने से बाल गिरना बंद हो जाते हैं। तब हम बाल लंबे भी होते हैं, बालों के जुड़े मर जाती हैं, और बाल काले होते हैं।जुएं होना पर नीम -
नीम के पत्तों को पीसकर पानी में उबाल लो एवं इस पानी से बाल धोने पर जुड़े व लिख मर जाते हैं।(बाल धोते समय अपनी आंखें अच्छी तरह बंद रखें वरना आंखों में पानी जाने आंखे लाल हो सकती है।)
स्किन के लिए नीम के फायदे (Neem benefits for skin) -
नीम और हल्दी के लाभ (Neem and turmeric)-
हम सभी जानते हैं नीम और हल्दी दोनों में ही एंटीबैक्टीरियल गुण बहुतायत में पाए जाते है। जो सुबह खाली पेट खाने से हम सब में एक नई ऊर्जा प्रदान करता है। शरीर के अंदर के विषैले पदार्थों को बाहर करने में मदद करता है इन सबके साथ ही एक पॉजिटिव वाइब्रेशन भी प्रदान करता है इसके लगातार सेवन से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी पहले से अधिक मजबूत होगी यह कैंसर की कोशिकाओं से लड़ने में आपकी मदद करता है।स्किन के लिए नीम की छाल -
- नीम की छाल को हम कई तरह से अपने उपयोग में ले सकते हैं। नीम की छाल बहुत अच्छी एंटी बैक्टिरियल प्रॉपर्टी भी मानी जाती है।
- नीम की छाल के पाउडर को बॉडी में लेप कर कुछ देर हल्की धूप में बैठने के बाद इसे धो ले यह आपकी बॉडी का क्लींजर करने में बहुत मददगार साबित होगा जिससे आपकी बैक्टीरिया फ्री हो जाएगी।
- नीम की छाल के पावडर को आप फेस पैक की तरह भी उपयोग में ले सकते है जिससे आपके फेस के दाग़, धब्बे, झाइयां आदि भी कम होते चले जाएंगे।
त्वचा में सफेद दाग -
नीम की पत्ती, फूल एवं फल सभी समान मात्रा में पीस कर सुखा कर लें। इस चूर्ण की प्रति दिन एक-एक चम्मच में लें।खाली पेट नीम की पत्तियां खाने के फायदे (Benifits of eating neem leaves on empty stomach) -
सुबह खाली पेट नीम की कोमल पत्तियों को चबाकर खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर की अंदर से सफाई होती है।, खून साफ होता है डायबिटीज कंट्रोल होने में भी मदद मिलती है।नीम की गोली (नीम घनवटी) के फायदे, (Neem ki goli ke fayde)-
- नीम घनवटी भी शरीर के विभिन्न रोगों को दूर भगाने का एक अच्छा रास्ता है प्रायः इसे नीम घन सत इत्यादि से बनाया जाता है इसके सेवन से निम्न लिखित फायदे भी आपको देखने मिलने लगेंगे।
- घनवटी रक्त से विषैले पदार्थों को बाहर करने में मदद करती है।
- मुहांसे, छोटे दाने, फेस से जुड़ी टीन एजर्स की समस्या में भी जल्दी ही फायदा नजर आता है।
- घनवटी एक इम्यूनिटी बूस्टर की तरह भी उपयोग किया जा सकता है।
- डायबिटीज़ के रोगी भी घनवटी का सेवन कर सकते है और अपनी शुगर की समस्या को काबू कर सकते है।
नीम दातुन के फायदे -
- नीम की दातुन दांतों और मसूड़ों में को मजबूत बनाती है।
- कीटाणु से लड़ने में मददगार।
- दांतों को सफेद बनाए।
- मसूड़ों में किसी प्रकार का इंफेक्शन नहीं होने देती।
नीम के कंघे के फायदे (Neem comb) -
नीम के कंघी के भी बहुत फायदे है पहले जब इतनी टेक्नोलॉजी नहीं थी तब लकड़ी से बनाए हुए कंघे ही यूज में लिए जाते थे।इनमे भी नीम से बनाई हुई कंघी खास पसंद की जाती थी इसके निम्न फायदे नीचे बताए गए है।
- प्लास्टिक की कंघी की अपेक्षा इसमें बाल कम फसते है जिससे बाल कम गिरते है।
- इसके एंटी बैक्टिरियल गुणों की वजह से बालों की जुं भी मर जाती है।
- लकड़ी से बने होने कि वजह से यह सिर में चुभती नहीं और सिर के एक्यूप्रेशर पॉइंट्स भी एक्टिव हो जाते है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और बालों का गिरना या झड़ना कम हो जाता है।
- एंटी फंगल गुण डैंड्रफ को दूर करते है।
नीम के नुकसान (sideeffct of neem)-
- एक सही खुराक के साथ नीम बहुत फायदेमंद जड़ीबुटी है लेकिन इसकी गलत तरीके या गलत खुराक लेने पर इसके कई दुष्परिणाम भी झेलने पड़ सकते है।
- गर्भवती महिलाएं, बच्चे आदि को इसके सेवन से बचना चाहिए इसका तेल भी केवल बाहरी उपयोग में लिया जाना चाहिए।
नीम जूस पीने के नुकसान -
- लगातार लंबे समय तक नीम के जूस का सेवन करने से आपको कई अंदरुनी शारीरिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
- अगर आप किसी खास बीमारी के इलाज स्वरूप नीम के जूस का सेवन कर रहे है तो आपको किसी विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए।
- यह बात बिल्कुल सही है कि नीम के सेवन से प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ती है लेकिन अधिक समय तक ऐसा करने से कई तरह की दवाई के असर भी आपकी बॉडी में नहीं होंगे।