अखरोट तो आपने देखा ही होगा जिसकी बहरी सतह कठोर और अन्दर से हल्का नर्म और कुरकुरा होता है अखरोट को अंग्रेजी में Walnut एवं इसका वानस्पतिक नाम जग्लान्स निग्रा (Juglans Nigra) है।
अखरोट |
अखरोट में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, विटामिन ई, बी 6, कैल्शियम और हाई कैलोरी जैसे आवश्यक तत्व मिलते है।ड्राई फ्रूट में अखरोट को काफी पसंद किया जाता है हर रोज 2-3 अखरोट खाना खुद के स्वास्थ्य के नजरिए से काफी अच्छा होता है।
अखरोट खाने से क्या होता है? कैसे खाए अखरोट -
हर रोज़ सुबह सुबह नाश्ते के साथ या पहले अखरोट खाना चाहिए। अखरोट का सेवन हमारे दिमाग को तंदरुस्त और शरीर को प्रो एक्टिव बनता है।यह हदियो को मजबूत करता है और कैंसर के खतरे से हमें बचा कर रखता है।अखरोट के फायदे -
शीघ्रपतन -
नर नारी के मिलन मिलन के प्रारंभ में ही वीर्यपात हो तो बादाम गिरी 7, काली मिर्च 7 नग, पिसी हुई सोंठ लगभग 2 ग्राम व मिश्री आवश्यकतानुसार - सभी को एक साथ बारीक पीसकर फांक लें, और ऊपर से दूध पिए। योग का प्रयोग कुछ दिनों तक करने से ही स्तंभन शक्ति बढ़ जाएगी।मोटापा -
रात को भीगी 10-12 बादाम को छीलकर बारीक पीसकर धीमी आग पर पकाकर लाल कर दें उसके बाद उसमें मीठा दूध आवश्यकतानुसार मिलाकर पिए कुछ दिनों तक ऐसा करने से शरीर बलिष्ठ और मोटा हो जाएगा।चेचक -
5 बादाम पानी में भिगोए, उन्हें पानी में ही पीसकर पिए।पांडु रोग -
6 बादाम, 3 छोटी इलायची एवं 2 छुहारे रात में मिट्टी के कोरे बर्तन में भिगोए सुबह उसे महीन पीसकर चूर्ण करें लें, उस चूर्ण में लगभग 70 ग्राम मिश्री व 50 ग्राम मक्खन मिला ले उसे रोगी को चटाए।मूत्र में जलन -
बादाम की पांच गिरी भीगने रख दें, फिर उन्हें छिल कर उसमें 7 छोटी इलायची तथा आवश्यकतानुसार मिश्री मिला लें। उसे पीसकर लगभग ढाई सौ ग्राम पानी में भिगो लें, इसे प्रतिदिन दो बार पीने से लाभ होगा।स्मरण शक्ति -
- 7 बादाम व 10 ग्राम सौंफ पीसकर आपस में मिला ले। लगभग डेढ़ महीने तक नित्य रात्रि में गर्म दूध के साथ ले मस्तिष्क की दुर्बलता दूर होती है, नेत्रों की ज्योति बढ़ती है, एवं स्मरण शक्ति बढ़ती है।
- 9-10 बादाम रात में भीगा दे। सुबह की समय उसका छिलका उतारकर आवश्यकतानुसार मिश्री एवं 10 ग्राम मक्खन मिलाएं, इसे बीड़ 2 महीने तक खाने से मानसिक दुर्बलता दूर होती है।
नेत्र विकार -
आंखों में पानी आना, आंखों की दुर्बलता, आंखों का काम करते ही शीघ्र थक जाना, धुंध सी छा जाना, कम दिखाई देना आदि में बादाम का हलवा अथवा भीगे बादाम सुबह पीस और पानी मिला कर नहीं है ऊपर से गर्म दूध इच्छा अनुसार पीना चाहिए नित्य संबंधी अनेक रोगों से मुक्ति मिल जाएगी और नेत्र ज्योति बढ़ेगी।बात संस्थान के रोग -
सूखी खांसी स्मरण, शक्ति की कमजोरी, तुतला कर बोलना, मानसिक अवसाद, रहना आदि में बाधाओं का प्रयोग अत्यंत गुणकारी है।अखरोट खाने के नुकसान -
- ग्रीष्म ऋतु में बिना भीगी बादाम नहीं खानी चाहिए अन्यथा गर्मी होगी।
- कड़वा बादाम रक्त को दूषित करता है।
- बादाम के छिलकों को जला कर सेंधा नमक के साथ बारीक पीसकर मंजन करते रहने से दांत मजबूत चमकदार व निरोग बने रहते हैं।
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